America में एच-1बी वीजा धोखाधड़ी के एक मामले में चार भारतीय- American अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। American न्याय विभाग के मुताबिक, ‘दो आईटी स्टाफ कंपनियों के चार भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों पर एच-1 बी वीजा कार्यक्रम का उपयोग कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इन चारों लोगों पर अपने प्रतिद्वंदियों पर अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए एच-1 बी वीजा कार्यक्रम का उपयोग कर धोखाधड़ी करने का आरोप है।’
Department Of जस्टिस ने मंगलवार को बताया कि कैलिफोर्निया निवासी विजय माने, वेंकटरमण मननाम और न्यू जर्सी के फर्नांडो सिल्वा और सतेश वेमुरी पर वीजा धोखाधड़ी का एक-एक मामला सामने आया है। सतीश वेमुरी 1 जुलाई को नेवार्क की अदालत में अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश स्टीवन सी मन्नियन के सामने पेश हुए।
इससे पहले वेंकटरमण मननाम और फर्नांडो सिल्वा 25 जून को नेवार्क संघीय अदालत में अमेरिकी मजिस्ट्रेट जज लेडा डन वेट्रे के समक्ष पेश हुए। न्याय विभाग के मुताबिक, सभी आरोपितों को 250,000 अमेरिकी डॉलर के मुचलके पर रिहा किया गया। आपको बता दें अमेरिका में षड्यंत्र के आरोप में अधिकतम पांच साल की जेल और 250,000 डॉलर का जुर्माना लगाया जाता है।