बिजली की दरें बढ़ाने के लिए Power Corporation के प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग ने हरी झंडी देने का फैसला कर लिया है। बुधवार को Merchant Camber हाल में आयोजित उपभोक्ता जनसुनवाई के बाद नियामक आयोग के चेयरमैन आरपी सिंह ने कुछ ऐसे ही संकेत दिए।
पिछले दिनों Power Corporation ने बिजली की दरें 20 से 30 पर फीसद बढ़ाने का प्रस्ताव नियामक आयोग को दिया था। इसका व्यापक विरोध हो रहा है। ऐसे में इस प्रस्ताव पर विद्युत नियामक आयोग सभी वितरण कंपनियों के मुख्यालयों पर जन सुनवाई कर रहा है ताकि आम उपभोक्ताओं, व्यापारियों और उद्यमियों से भी राय ली जा सके। बुधवार को Kanpur इलेक्ट्रिसिटी कंपनी के उपभोक्ताओं से रायशुमारी के लिए मर्चेंट चेंबर हाल में जन सुनवाई हुई।
जन सुनवाई के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नियामक आयोग के चेयरमैन ने कहा कि Power Corporation ने जो प्रस्ताव दिया है उसमें बिजली की दरें बढ़ाने का प्रमुख कारण खर्च में बढ़ोतरी बताया गया है। काफी हद तक यह सही भी है कि बिजली आपूर्ति में खर्च की सीमा बढ़ी है।
खर्च बढ़ा है तो बिजली की दरों में वृद्धि करना जरूरी है। मगर, दरें कितनी बढ़ेगी, इसका फैसला आगरा, नोएडा, वाराणसी, लखनऊ और Kanpur के उपभोक्ताओं से मिले फीडबैक के आधार पर होगा। नियामक आयोग के चेयरमैन के इस बयान से स्पष्ट है कि जल्द ही बिजली की दरें बढ़ेंगी। जनसुनवाई के दौरान केस्को एमडी सौम्या अग्रवाल, नियामक आयोग के सदस्य केके शर्मा, सचिव संजय सिंह और निदेशक टैरिफ अमित भार्गव के साथ उद्यमी, व्यापारी और आम उपभोक्ता शामिल रहे।