ईरान ने प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद सभी अमेरिकी सुरक्षा बलों को आतंकी घोषित कर दिया है। यह फैसला सुलेमनी की मौत के बाद लिया गया है। ईरान की दूसरी सबसे ताकतवर शख्सियत और कमांडर कासिम सुलेमानी को ड्रोन हमले में मारकर अमेरिका ने बर्र के छत्ते में हाथ डाल दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति भले ही यह दलील दे रहे हों कि ऐसा करके उन्होंने भविष्य की जंग को टालने का काम किया है, लेकिन वास्तव में विशेषज्ञों की धारणा इसके प्रतिकूल है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सैन्य सलाहकार मेजर जनरल हुसैन डेहघन ने चुनौती दी है कि वे अमेरिका के इस दुस्साहस का बदला उसे सीधे घाव देकर लेंगे। ईरान अमेरिकी सैन्य स्थलों को निशाना बनाएगा। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि पूरी दुनिया में सैन्य बेसों वाला अमेरिका खुद को कितना और कब तक बचा पाएगा।