बरेली : बरेली के गांव मुड़िया नबी बख्श निवासी एक व्यक्ति की चार दिन पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मिले संक्रमित को चार दिन पहले अस्पताल भेज दिया गया था। उनके बेटे ने बताया कि इसके अगले दिन उनके सभी परिजनों ने गांव स्थित पीएचसी पर आई|
स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोरोना जांच के लिए सैंपल दिए थे, लेकिन उनकी दस साल की बेटी ने टेस्ट नहीं कराया था। स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने उसका नाम तो लिखा पर सैंपल देने से पहले वह घर चली आई थी।
रविवार को आई रिपोर्ट में बाकी सब परिजनों की रिपोर्ट तो निगेटिव आई जबकि जिस बेटी का सैंपल ही नहीं दिया था, उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जब बेटी को लेने के लिए टीम पहुंची तो मामले की जानकारी हुई।
बच्ची के परिजनों ने प्रशासन से पूरे प्रकरण में जांच की मांग की है। सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला ने मामले की जांच कराकर दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। यह देख सैंपलिग किए जाने से जांच रिपोर्ट बनाए जाने तक की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
रिपोर्टर जितेन्द्र यादव