एसएसपी के निर्देशानुसार अब राजधानी में नाबालिग गाड़ी चलाते मिले तो उनके पापा को हवालात की हवा तक खानी पड़ सकती है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सोमवार से अभियान चलाकर ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की बात कही है।
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए एसएसपी ने यह कठोर निर्णय लिया है। सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिकतर मौतें नाबालिकों की ही हो रही हैं। अभिभावक बच्चों के लाड प्यार में उनकी गतिविधियों को नजरअंदाज कर हाईस्पीड बाइक और कार दिला देते हैं, जो कम उम्र के चलते हादसे का सबक बन जाती हैं। ट्रैफिक और पुलिस विभाग ने पिछले छह महीने का सर्वे किया तो सबसे ज्यादा ऐसे वाहनों के चालान हुए जिन्हें नाबालिग चला रहे थे।
अभिभावकों को चेतावनी देने के बावजूद जब बात न बनी तो एसएसपी को सख्त निर्णय लेना पड़ा। एसएसपी ने बताया कि नाबालिगों को वाहन चलाने की अनुमति देना अपराध है, जब नाबालिगों का लाइसेंस बनने का नियम नहीं हैं तो उन्हें बिना लाइसेंस के बाइक देने वाले अभिभावक सीधे तौर से दोषी हैं, इसलिए अब उनपर कार्रवाई की जाएगी।