एक बार फिर बादल और हल्की बूंदाबांदी के आसार बन रहे है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर एक बार फिर से जोर पकड़ रहा है। मार्च के महीने में पिछले 10 वर्षों में मौसम में इतना परिवर्तन नहीं देखा गया है। इस बार मार्च का न्यूनतम पारा काफी नीचे चल रहा है।
मौसम विज्ञानी नौशाद खान ने बताया कि मौसम विभाग के पास जो रिकार्ड है उसके अनुसार 2008 के बाद कभी भी मार्च के तापमान में इतना उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया है। ऐसी स्थिति पहली बार देखी जा रही है।
इसी तरह इस महीने अधिकतम तापमान की सामान्य स्थिति 25 डिग्री सेल्सियस होती है। इस बार पारा 29 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। रात और दिन के तापमान में इतना ज्यादा अंतर भी इस बार ही देखा जा रहा है। मौसम विभाग के अऩुसार अगले एक सप्ताह के अंतराल में दिन में धूप के बीच बादल भी रहेंगे। यह हमे इस बात का संदेश दे रहे है कि किसी भी दिन बूंदाबांदी हो सकती है।