तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा 2005 में शुरू की गई गरीब रथ को अब मेल एक्सप्रेस के रूप में बदलने की कवायद शुरू की जा रही है। इस क्रम में सबसे पहले पूर्वोत्तर रेलवे से चलने वाली काठगोदाम-जम्मू व काठगोदाम-कानपुर सेंट्रल गरीब रथ को 16 जुलाई से मेल-एक्सप्रेस के रूप में बदल दिया गया है।
मसलन 16 जुलाई से यह ट्रेन थर्ड एसी, सेकेण्ड एसी, स्लीपर व जनरल कोच के साथ चलेगी। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे में बर्थ और कोटा आवंटन की तैयारी शुरू हो गई है। फिलहाल गोरखपुर मुख्यालय द्वारा इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
दरअसल गरीब रथ की बोगियां बननी बंद हो गई हैं। अमूमन सभी ट्रेनें 14 साल पुरानी हैं। मौजूद समय में जो हैं वह भी काफी पुरानी हो चुकी हैं। नई बोगी बन नहीं रही हैं। ऐसे में धीरे-धीरे गरीब रथ की बोगियों को अब मेल एक्सप्रेस में बदलने की तैयारी चल रही है।
विभिन्न रूटों पर हैं 26 गरीब रथ :
2005 से लेकर अब तक पूरे देश में विभिन्न रूटों पर 26 गरीब रथ फर्राटा भर रही हैं। ये ट्रेन अधिकतम 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। इस ट्रेन की सभी बोगियां थर्ड एसी की तर्ज पर हैं। इसका किराया सामान्य थर्ड एसी के मुकाबले कम है। मसलन गोरखपुर से दिल्ली तक गोरखधाम एक्सप्रेस का किराया 1130 रुपये है तो गरीब रथ में किराया 755 रुपये है। इसमें बेड रोल के लिए अलग से किराया देना होता है।