मोदी जी ने को कांग्रेस के चुनावी वादे ‘न्याय’ पर जोरदार हमला करते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों, भोपाल गैस त्रासदी और दलितों के खिलाफ हिंसा के लिए न्याय की मांग की।
मोदी ने रामानाथपुरम में एक रैली में दावा किया कि कांग्रेस के शासनकाल में आतंकी हमलों ने देश को हिला कर रख दिया था लेकिन राजग की नीतियों से इस पर विराम लगा है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि द्रमुक, कांग्रेस और मुस्लिम लीग गठबंधन के पक्ष में वोट करने का मतलब है कि उच्च कर लगेगा और विकास कम होगा, आतंकवादियों को खुली छूट मिलेगी तथा राजनीति में आपराधिक तत्वों का इजाफा होगा।
उन्होंने आरोप लगाया, ”वे लोग जो भारत की सुरक्षा नहीं कर सकते हैं वह देश का कभी विकास नहीं कर सकते हैं। जब कांग्रेस और उनके सहयोगी सत्ता में थे, आतंकवादी देश पर नियमित रूप से हमला करते थे।” प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ”एक शहर के बाद दूसरे शहर में धमाके होते रहे और कांग्रेस असहाय तथा चुप बनी रही।”
उन्होंने कहा, कि भारत अब किसी आतंकवादी या किसी जिहादी को नहीं छोड़ेगा। अगर वह हम पर हमला करने का दुस्साहस करते हैं तो वे जहां कहीं भी होंगे हम उनका पता लगा कर उनकी खुशियों को बर्बाद करे देंगे। यहां आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और बेईमानी अच्छे दोस्त हैं लेकिन कभी कभार वे गलती से सच्चाई बयां कर जाते हैं।