अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी क्षेत्र में जीटी रोड पर गुरुवार दोपहर फिल्मों जैसा दृश्य था। कुख्यात बदमाश बलिया उर्फ वीरेंद्र को रोका तो उसने पुलिस कर्मियों पर कार चढ़ा दी। इससे एक कांस्टेबल घायल हो गया। पुलिस ने पीछा किया तो एक के बाद एक छह राहगीरों को भी टक्कर मार दी। इस दौरान महिला इंस्पेक्टर अरुणा राय ‘सिंघम’ बन गईं। हाथ में पिस्टल लेकर दौड़ते हुए पीछा किया, जिस पर उनके ऊपर भी तमंचा तान दिया। इसे सहयोगी सिपाही ने हाथ मारकर छीन लिया। बलिया को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोपहर एक बजे एसआइ पवन कुमार, अंकित और कांस्टेबल गौरव के साथ इंस्पेक्टर थाने से निकलीं तभी खैर के बिसारा निवासी बलिया की कार नजर आई। इसे रुकवाया और पूछताछ के लिए पुलिसकर्मी जीप से बाहर आए तो बलिया ने कार चढ़ाने की कोशिश की और भाग निकला। कार के पहिये से सिपाही गौरव का पैर जख्मी हो गया। एसआइ अंकित ने राहगीर की बाइक से पीछा किया। बाकी टीम जीप से पीछे लगी थी। इस दौरान दौड़ती कुख्यात की कार ने कई ढकेल को चपेट में ले लिया। सारसौल चौराहे के निकट कार जाम में फंस गई, तो बलिया उतर कर पैदल सेटेलाइट बस स्टैंड से होकर भागने लगा।
इस पर पिस्टल इंस्पेक्टर भी दौड़ीं. उन्होंने बलिया को रुकने की चेतावनी दी, मगर वह रुका नहीं। स्टैंड से निकलते ही भीड़ ने उसे घेर लिया। इंस्पेक्टर उसका गिरहबान पकड़ ही रही थीं, तभी शातिर ने पिस्टल तान दी। कांस्टेबल गौरव ने इसे छीन लिया, अन्यथा अनर्थ हो सकता था।