हाथियों का भी हो सकेगा इलाज यहां बनेगा पहला हाथी अस्पताल

घायल और बीमार हाथियों के इलाज को Uttarakhand का पहला हाथी अस्पताल Haridwar की चीला रेंज में खुलने जा रहा है। अस्पताल शुरू करने के लिए भवन और जरूरी सामान मंगवा लिया गया है। जल्द ही अस्पताल का विधिवत उद्घाटन कर इसे शुरू कर दिया जाएगा। इससे रेस्क्यू किए गए हाथियों को न केवल समय पर एवं सही तरीके से उपचार मिल सकेगा, बल्कि हाथियों के संरक्षण एवं संवर्धन में भी मदद मिलेगी।

एशियाई हाथियों के लिए Famous Raja ji Tiger Reserve के जंगलों में  हाथियों की संख्या साल-दर-साल बढ़ रही है। इसके अलावा कॉर्बेट नेशनल पार्क और लैंसडौन वन प्रभाग के जंगलों में भी हाथियों की अच्छी-खासी तादाद है। बावजूद इसके प्रदेश में कहीं भी हाथियों के बेहतर इलाज के लिए कोई अस्पताल नहीं है।  जंगलों, आबादी वाले क्षेत्रों में आने और किसी हादसे में हाथियों का घायल होना सामान्य बात है। इसके अलावा कई बार वह गंभीर बीमारी का भी शिकार हो जाते हैं। उनके लिए सिर्फ Mobile वेन के माध्यम से उपचार देने की ही सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में कई बार समय से या उपयुक्त ढंग उपचार न मिलने के कारण हाथी दम तोड़ जाते हैं।

इसी को ध्यान में रखते हुए शासन की ओर से Raja ji Tiger Reserve की चीला रेंज में एक हाथी अस्पताल बनाने की स्वीकृत प्रदान की गई। साथ ही अस्पताल भवन और ट्रीटमेंट के लिए जरूरी सामान मंगाने को 25Lakh रुपये का बजट भी आवंटित हो गया। चीला रेंज के रेंजर अनिल पैन्यूली बताते हैं कि अस्पताल का भवन तैयार कर लिया गया है। अब चिकित्सक और फार्मेसिस्ट की तैनाती के लिए शासन को पत्र भेजा जा रहा है।

 

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