बारिश के प्रलयंकारी रूप लेने के कारण मंगलवार को Mumbai बेबस सी हो गई। देश की आर्थिक राजधानी के कई हिस्सों में जल जमाव के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। रविवार से लगातार हो रही वर्षा के कारण रेल, हवाई सेवा एवं सड़क परिवहन पर बुरा असर पड़ा है। कई ट्रेनों और उड़ानों को रद कर दिया गया।
छत्रपति शिवाजी महाराज International Airport पर 52 उड़ानों को रद है और 54 को डाइवर्ट किया गया। दीवार ढह जाने से Mumbai में 22 लोगों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के शेष हिस्से में वर्षा जनित घटनाओं में पिछले 24 घंटे के दौरान 14 लोगों की जान गई है। मौसम के बिगड़े हुए रुख को देखते हुए प्रशासन ने मंगलवार को स्कूल-कॉलेज बंद रखने की घोषणा की थी।
सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि मुंबईवासियों ने 3 घंटे में ही करीब 400 मिलीमीटर बरसात का सामना किया। यदि 26 जुलाई, 2005 की बाढ़ का दिन छोड़ दिया जाय तो 1974 के बाद यह दूसरा मौका है, जब कुछ ही घंटों के भीतर Mumbai में इतनी अधिक बरसात हुई है। मंगलवार दोपहर तक 48 घंटों के दौरान मुंबई में 550 मिलीमीटर बरसात हुई है।
मालाड के पिंपरीपाड़ा क्षेत्र में एक दीवार गिर जाने से कई लोग दब गए। इस घटना में 19 लोगों के मारे जाने की सूचना मिली है। कल्याण में एक उर्दू स्कूल की दीवार ढह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। चांदीवली इलाके में पानी के तेज बहाव के कारण 90 फुट चौड़ी सड़क गहरे गढ्डे में तब्दील हो गई। क्रांति नगर कुर्ला में 1000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। दोपहर तक ठप रही उपनगरीय रेल सेवाट्रैक पर पानी भर जाने के कारण मध्य और पश्चिम रेलवे की उपनगरीय रेल सेवाएं मंगलवार दोपहर तक लगभग ठप रहीं।