राज्यसभा में मंगलवार को Triple Talaq Bill पास हो गया। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेश किया। इस बिल पर चर्चा के लिए 4 घंटे का समय दिया गया था। वहीं भाजपा ने इस बिल पर अपने सांसदों को व्हिप जारी किया था। जदयू, AIDMK और TRS समेत अन्य दलों के वॉकआउट से राज्यसभा में बिल को पास कराने के लिए मोदी सरकार की राह आसान हो गई। इस दौरान सदन में पर्ची के द्वारा Voting कराई गई। पक्ष में 99 और विरोध में 84 वोट पड़े।
बिल पर Voting से पहले इसको सेलेक्ट कमिटी के पास भेजने का प्रस्ताव भी 100 के मुकाबले 84 वोटों से गिरा। इस बिल के पास होने के साथ ही सरकार ने साबित किया कि उच्च सदन में उसने इस बिल के लिए खासी तैयारी कर रखी थी। अब यह बिल अंतिम मुहर के लिए President के पास भेजा जाएगा। President की मुहर लगते ही यह बिल कानून बन जाएगा।
भाजपा के पास राज्यसभा में 78, जबकि इसके घटक दलों यानी NDA को मिलाकर 117 सीटें हैं। जदयू के बाहर होने से यह आंकड़ा 111 हो गया। वहीं BJD ने भी इस बिल पर भाजपा को समर्थन दिया। सदन में उसके पास 7 सीटें हैं। इससे जदयू के जाने से भाजपा को कोई दिक्कत नहीं हुई। इसके अलावा AIDMK के पास 11 और TRS के पास 6 सीटें हैं। इसके अलावा PDP और बसपा भी इस बिल पर मतदान नहीं किया।