असलहा विभाग से मांगा पांच साल का रिकार्ड

फर्जी शस्त्र लाइसेंस का मामला उजागर होने के बाद ऐसी आशंका लगाई जा रही है कि गत वर्षों में भी नए शस्त्र लाइसेंस देने और नवीनीकरण में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ होगा। इसपर SIT ने शिकंजा कसते हुए प्रशासन से पिछले 5-6 साल का रिकॉर्ड मांगा है। ऐसे में कलक्ट्रेट में काम करने वाले  असलहा विभाग के बाबुओं व अन्य कर्मचारियों पर शिकंजा कस सकता है।

पिछले एक साल में कुल 190 शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए। एसआईटी की जांच के दौरान 77 लाइसेंस फर्जी पाए गए। इसमें सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों का विवरण, तत्कालीन अफसर, बाबू और कर्मचारियों के नाम भी प्रशासन को उपलब्ध करवाने होंगे।

SSP अनंत देव ने बताया कि गहनता से जांच चल रही है। फर्जी एनओसी व फर्जी शस्त्र लाइसेंस पर प्रशासन ने 29 ट्रांजिट लाइसेंस जारी किए थे। ये सभी असलहे बिहार ले जाए गए थे जिनकी Supply नक्सलियों को कि गई थी। ATS ने खुलासा कर 4 गन हाउस मालिक समेत कलक्ट्रेट के बाबू महेश सिंह को पिछले साल जेल भेजा था। इसके बाद ATS ने 4 बार प्रशासन को पत्र लिखकर पुराना रिकार्ड मांगने के साथ जारी शस्त्र लाइसेंस व ट्रांजिट लाइसेंस का सत्यापन करवाने को कहा था आज तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई। अब SIT ने ATS से संपर्क कर पांच से छह साल पुराने रिकॉर्ड की जानकारी जुटाई है।

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