विज्ञान के प्रति रुचि रखने और नवाचार करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है। जल्द ही जिले के 23 माध्यमिक विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित होंगी। नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के तहत इनकी स्थापना होगी। अभी तक शहर के पांच माध्यमिक विद्यालयों में ये लैब हैं, जिनमें छात्र-छात्राएं विज्ञान के गुर सीख रहे हैं। अब इनकी संख्या 28 हो जाएगी। हर साल जिले में लैब की संख्या में इजाफा हो रहा है।
12 लाख रुपये की पहली किस्त
बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में अटल टिकरिंग लैब के प्रभारी अविनाश मेहरोत्रा बताते हैं कि इन लैब के माध्यम से छात्रों को विज्ञान के प्रयोगों की बेहतर सीख देने के लिए 20 लाख रुपये का अनुदान पांच वर्षों में मिलता है। पहली किस्त के रूप में 12 लाख रुपये दिए जाते हैं। फिर चार साल तक प्रतिवर्ष दो-दो लाख रुपये आते हैं। हर साल नीति आयोग की टीम के सदस्य लैब में काम की गुणवत्ता और तौर-तरीका देखने आते हैं।
ये प्रोजेक्ट किए गए तैयार : ड्रोन, स्मार्ट बैग, मैकेंजो किट, स्मार्ट चार्जर, थ्री-डी प्रिंटर आदि।
- शहर के जिन माध्यमिक विद्यालयों में अटल टिकरिंग लैब बनेगी, वहां के प्रधानाचार्य-शिक्षक उसमें रुचि लेकर छात्रों के साथ मिलकर नवाचार संबंधी कवायद करें।