प्रदेश सरकार ने नदियों के किनारे खुले में शौच तथा अपशिष्ट फेकें जाने पर प्रभावी रोक के निर्देश दिए हैं। गंगा किनारे स्थित गांवो, कस्बोंके नालों का गंदा पानी नदी से जाने में रोका जाएगा । प्राधानों के माध्यम से समिति बनाकर इस बात की निगरानी की जा रही हैं। कि नदी के किनारे खुले में शौच न हो और न ही ठोस कूड़ा-कचरा नदी में डाला जाए।
जिला पंचायती राज अधिकारी एवं नगर निगम के अधिकारी एंव पुलिस प्रशासन अधजले एवं लावारिश शव, फूल एवं ठोस अपशिष्ट नदी में जाने से रोकना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही 23 विभाग मिलकर कुम्भ से पूर्व गंगाजल को निर्मल करने के प्रयास में जुटे हैं। मेले में विभिन्न प्रकार के शौचालय जैसे एफआरपी शौचालय, टिन शौचालय व स्टील शौचालय की स्थापना की जा रही है। शौचालय की स्थापना की जा रही है। शौचालयों की साफ सफाई नो- टच क्लीनिंग विधि अर्थात जेट स्प्रे मशीन के जरिए की जाएगी।