ब्रिटेन की कोर्ट ने गुरुवार को विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अपनी जमानत शर्तों का उल्लंघन किये जाने का दोषी पाया। असांजे को सात वर्षों के बाद लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया। दक्षिण अमेरिकी देश ने असांजे को दी गई शरण को वापस ले लिया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इक्वाडोर के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें ऐसे किसी देश में प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा जहां उन्हें यातना या मौत की सजा का सामना करना पड़ेगा।
डिस्ट्रिक्ट जज माइकल सनो ने असांजे को जमानत शर्तों का उल्लंघन करने का दोषी पाया और उन्हें प्रत्यर्पण सुनवाई के लिए दो मई को वीडियोलिंक के जरिये पेश होने का आदेश दिया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने असांजे को गिरफ्तार किये जाने की संसद में पुष्टि की और इसे ”कानूनी मामला बताया क्योंकि असांजे को अब ”कंप्यूटर” अपराधों से संबंधित आरोपों में अमेरिका के प्रत्यर्पण की कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।
ऑस्ट्रेलिया में जन्मे 47 वर्षीय असांजे लगभग सात वर्षों तक लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास में रहे। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने एक बयान में कहा, ”उन्हें मध्य लंदन के पुलिस थाने में हिरासत में लिया गया है। वेस्टमिन्सटर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किये जाने से पहले उन्हें इसी थाने में रखा जायेगा। इसी अदालत द्वारा 29 जून, 2012 को जारी किये गए वारंट पर आत्मसमर्पण करने में विफल रहने के बाद असांजे को गिरफ्तार किया गया है।
ब्रिटिश सरकार ने गिरफ्तारी का स्वागत किया है और इसे ब्रिटेन और इक्वाडोर के बीच ”व्यापक वार्ता” का परिणाम बताया है। ब्रिटेन के गृह मंत्री साजिद जावेद ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा, ”लगभग सात वर्षों के बाद इक्वाडोर दूतावास में गये, मैं पुष्टि कर सकता हूं कि असांजे अब पुलिस हिरासत में है और अब उसे ब्रिटेन में मुकदमे का सामना करना होगा। मैं इक्वाडोर को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूं। कानून से ऊपर कोई नहीं है।”