कप्तान कोहली को पता है कि गेंदबाजी पिछले मैच में कमजोर कड़ी रही थी। डेथ ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमराह और बरोसेमंद भुवनेश्वर की गैर मौजूदगी में भारतीय गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे। रविंद्र जडेजा भी लय में नहीं थे जिससे कैरेबियाई बल्लेबाज ने बड़ा स्कोर बना डाला। मोहम्मद शमी ने 10 ओवरों में 81 रन दिए। इसके बावजूद विकल्प नहीं होने के कारण कोहली को उन्हें ही उतारना होगा। दूसरे टेस्ट में दस विकेट लेने वाले उमेश यादव भी उस फार्म को दोहरा नहीं सके और महंगे साबित हुए। विश्व कप में अब एक साल से भी कम रह गया है लिहाजा टीम प्रबंधन तेज गेंदबाजों का पूल तैयार करना चाहता होगा। ऐसे में उमेश को और मौके दिए चा सकते हैं। पहले मैच में बाहर रहे चाइनामैन कुलदीप यादव को खलील अहमद की जगह उतारा जा सकता है।