यहां गणेश भी थे और विर्सजन भी हुआ परंतु वो धूम नहीं दिखाई दी तो पिछले वर्षों में एतिहासिक हुआ करती थी।इस बार भक्तों में सादगी भरी अटूट श्रद्धा अपने भगवान गणेश जी के प्रति देखी गई महोत्सव तो नहीं हुआ फिर भी घर घर में गणेश का गुणगान नौ दिनों तक होता रहा। भक्तों ने कोरोना को लेकर सरकारी नियमों का उल्लघंन भी नहीं किया और अपने गणेश भगवान का दिल जीतने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। घर-घर में गणपति बप्पा मोरया की मधुर धुनों ने श्रद्वा को बरकरार रखा वो अलग की बात है कि घर से बाहर कोई प्रदर्शन भी नहीं किया। गणेश मंडल ने भी विल्कुल सादकी के साथ चंद भक्तों की सोशल डिस्टेंस की भीड़ के साथ महज दो गाड़ियों पर गणेश जी की मूर्तियां खन्नौत नदी में जाकर विर्सजन की। जबकि यहां का गणेश महोत्सव बरेली मंडल में अनूठी छाप हमेशा छोड़ता आ रहा है। यहां पर गणेश महोत्सव के सामान्य कार्यक्रम 22 अगस्त से चल रहे हैं,श्री गणेश महोत्सव का आज समापन मूर्ति विसर्जन के बाद हो गया। पिछले 22 अगस्त से लगातार सुबह शाम आरती ब भजन कीर्तन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा था और आज 31 अगस्त को विश्व हिंदू परिषद कार्यालय से पक्का तालाब कमल पार्क तिराहा मेन मार्केट होते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा से खन्नौत नदी तक दो गाड़ियों में श्री गणेश भगवान को गणेश मंडल कमेटी द्वारा ले जाया गया जहां आरती के उपरांत श्री गणेश भगवान की मूर्ति का विसर्जन किया गया।
इस अवसर पर गणेश मंडल कमेटी सहित विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल कार्यकर्ता मौजूद रहे। गणेश महोत्सव कार्यक्रम के प्रबंधक एवं जिला संयोजक बजरंग दल नवजीत मिश्रा ने बताया कि लांक डाउन के नियमों का अनुपालन कर गणेश जी की मूर्तियां विर्सजन की गई है। नगर के वार्ड सभासद पति आशीष सक्सेना एडवोकेट ने गणेश जी की मूर्ति को बुलेट पर ले जाकर विर्सजन किया।
रिपोर्ट मुकेश सक्सेना /यूपी सिंह