एयर इंडिया के न्यूयॉर्क कार्यालय ने दो साल पहले ऐसी गलती कर दी थी जिसे अभी तक सुधारा नहीं जा सका है। एयर इंडिया के न्यूयॉर्क कार्यालय ने गलती से तीन लाख डॉलर की राशि नाइजीरिया भेज दी। यह राशि अमेरिकी कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी को स्पेयर पा‌र्ट्स की आपूर्ति की एवज में भेजी जा रही थी। यह घटना जून 2017 की है। कंपनी अब तक नाइजीरिया के बैंक खाते से यह राशि वापस नहीं हासिल कर पाई है।

इस चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारी को दंडित नहीं किया गया। वह अपने करियर में आगे बढ़ते रहे। ईमेल से पूछे गए एक सवाल के जवाब में एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। यह साइबर फ्राउड का मामला था। नाइजीरिया से दुनियाभर में किए गए साइबर अपराधों के मामले सामने आते रहे हैं। एयर इंडिया भी इसका निशाना बन गई होगी।

एक अन्य घटनाक्रम में एयर इंडिया ने कहा कि उसने जेट एयरवेज के बी777 विमानों को नहीं लेने का फैसला किया है, क्योंकि इनके रखरखाव पर भारी-भरकम खर्च आता है और ये कारोबार के लिए व्यावहारिक नहीं हैं।

अमेरिका ने भारतीय विमानन कंपनियों को अपने यहां ग्राउंड हैंडलिंग गतिविधियों से रोकने की चेतावनी दी है। अमेरिका द्वारा जारी चेतावनी के बाद विमानन मंत्रालय के अधिकारियों ने अमेरिकी विमानन मंत्रालय के साथ इस मसले के समाधान को लेकर चर्चा शुरू कर दी है।

 

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