छत्तीसगढ़ की जनता ने 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह को पूरी तरह नकार दिया। लोकप्रिय चावल योजना के लिए रमन को चाउर वाले बाबा और 50 लाख महिलाओं व छात्रों को मुफ्त मोबाइल देने के लिए मोबाइल वाले बा जैसी उपाधियां दी गई। हालांकि इन योजनाओं का किसानों ,आदिवासियों और मतदाताओं पर कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने कांग्रेस के हाथ को थामा।
राज्य के 18 वर्षों के इतिहास में कांग्रेस शुरूआत के तीन साल सत्ता पर काबिज रही, इस तरह करीब 15 साल बाद उसकी वापसी होने जा रही है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का किसानों की कर्ज माफी का वादा भाजपा की हार का बड़ा कारण हैं। हालांकि रमन सिंह दावा करते रहे कि राज्य में पहले से ही किसानों को ब्याज मुक्त कर्ज दिया जा रहा है। इसके अलावा विपक्षी दलों की हल्के में लेना भी भाजपा पर भारी पड़ा।प्रचार के दौरान रमन ने राहुल के प्रचार अभियान को तवज्जों नहीं देते हुए कहा था कि राज्य की जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती, वह केवल मनोरंजन का जरिया हैं।