रूस, भारत और चीन के विदेशमंत्रियों की आज होने वाली बैठक में पुलवामा आतंकी हमले और पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकी घोषित कराने के मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है।
इस साल त्रिपक्षीय बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन और रूस के विदेशमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगी। इन बैठकों में भी संयुक्त राष्ट्र की 1267 समिति से मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है।
सुषमा स्वराज की चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ होने वाली बैठक काफी अहम मानी जा रही है। पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत होगी।
पुलवामा हमले का जिम्मा जैश-ए-मोहम्मद ने लिया है। उसके सरगना मसूद को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकी घोषित कराने की भारत की मांग को चीन लगातार बाधित करता रहा है। दरअसल चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का वीटो अधिकार प्राप्त सदस्य है।