गुरुग्राम समेत दिल्ली-NCR में रहने वाले रैपिड मेट्रो के 60,000 यात्रियों के लिए आज का दिन अहम होगा। पिछले सप्ताह हुई सुनवाई के दौरान पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेशों को 17 सितंबर तक बढ़ाते हुए दोनों पक्षों को विवाद के 10 बिंदुओं पर बैठक कर आपस में सुलझाने के आदेश दिए थे। अब इसकी मियाद 17 सितंबर को खत्म हो रही है, ऐसे में हजारों लोगों के जेहन में सवाल यह उठ रहा है कि क्या रैपिड मेट्रो 17 सितंबर के बाद बंद हो जाएगी या कोई विकल्प निकलेगा।
रैपिड मेट्रो का संचालन कर रही कंपनी ने सात जून को एचएसवीपी को 90 दिन का नोटिस देकर सेवाएं स्थगित करने को कहा था। एचएसवीपी ने इस नोटिस के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायलय में याचिका दायर की थी। अदालत ने अपने अंतरिम आदेशों में 10 बिंदुओं का जिक्र करते हुए कहा कि एचएसवीपी सुनिश्चित करे कि वह अपना प्रोजेक्ट कब तक अपने अधीन कर लेगी।
Delhi Metro राजधानी की लाइफ लाइन बन चुकी है, उसी तरह नए गुरुग्राम की लाइफ लाइन रैपिड मेट्रो हैं। रैपिड मेट्रो के जरिये रोजाना तकरीबन 60,000 यात्री सफर करते हैं। जाहिर है रैपिड मेट्रो का संचालन ठप हुआ तो लोगों को बड़ी परेशान होगी।