NGT Monitoring Comity के चेयरमैन अरुण टंडन शाम को औचक जाजमऊ सीवेरज प्लांट पहुंच गए तो जल निगम के कामों की पोल खुल गई। चेयरमैन को जाजमऊ के एसटीपी बंद मिले और सीवरेज का पानी गंगा में जाते मिला। CETP में टेनरी का वेस्ट 14 MLD मिला जबकि सिर्फ 9 MLD होना चाहिए। इस दौरान लोगों ने शिकायत की तो उन्होंने मौके का निरीक्षण किया।
निरीक्षण में पाया कि Sewerage Discharge खेतों में फेंका जा रहा है। अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि काम को System से किया जाए अन्यथा जिम्मेदारों को दिक्कत होगी। यही नहीं चेयरमैन ने सीवर लाइनों की सफाई पर सवाल किए तो बताया गया कि 3 महीने में काम को पूरा होने में लगेगा।
43 MLD समेत सभी STP Plant के बंद होने पर काफी नाराज हुए। बोले, यह तो हद हो गई है। प्लांट बंद है और बताया भी ठीक नहीं जा रहा है। सीवर लाइन की सफाई के बहाने प्लांट बंद है तो साफ है कि सीवरेज का सारा पानी यानी 150 MLD गंगा में सीधे जा रहा है।
चेयरमैन ने Plant के हर कोने को बारीकी से देखा और उसे मानक के अनुरूप नहीं पाया , इसलिए उन्होंने बुधवार को फिर से समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन से जिस तरह की रिपोर्ट मांगी गई थी, वह साफ नहीं है।