Afghanistan के Taliban का का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को Islamabad का दौरा करेगा। Pakistani Pm Imaran Khan के निमंत्रण पर Taliban Pakistan का दौरा कर रहा है। Taliban प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उसके उप-नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर करेंगे।
1990 के दशक की शुरुआत में Afghanistan के गृह युद्ध के बीच Pakistan ने Taliban का समर्थन किया था, जिसके बाद उसके समर्थन में Taliban, Afghanistan के अंदर फलता-फूलता रहा। America और अमेरिकी समर्थित Afghan Government ने कई बार ये बात रही है कि Pakistan ने तालिबानी आतंकवादियों के लिए अपना समर्थन बनाए रखा है। Pakistan, अफगानिस्तान में भारत के प्रसार को रोकने के लिए तालिबानी आतंकियों का सहारा लेता है। हालांकि Pakistan ने हमेशा इस आरोपों से इनकार किया है।
Taliban के एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि तालिबान प्रतिनिधिमंडल Pakistan से अमेरिकी शांति वार्ता रद होने के पीछे के कारणों को बताएगा। अमेरिका और तालिबान ने कहा कि पिछले महीने वे कुछ अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों और अफगान सरकार के बीच चिंता के बावजूद एक समझौते पर पहुंचने के करीब थे। लेकिन इसी बीच एक अमेरिकी सैनिक की तालिबानी हमले में मौत के बाद वहां फिर से संघर्ष के हालात पैदा हो गए और इसने इस्लामी आतंकवादी गुटों के फिर से शुरू होने का रास्ता खोल दिया।