अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि भारत और जापान के बीच यहां शनिवार को होने वाली पहली टू-प्लस-टू वार्ता का मुख्य फोकस हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जलक्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना होगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे, जबकि जापान की ओर से विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोटेगी और रक्षा मंत्री तारो कोनो प्रतिनिधित्व करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और जापान के बीच होने वाली टू-प्लस-टू बैठक से दोनों पक्ष रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की समीक्षा और विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे।
भारत एवं जापान के बीच पिछले साल हुए 13वें वार्षिक शिखर बैठक के दौरान PM Modi और उनके जापानी समकक्ष एबी शिंजो के फैसले के बाद नए ढांचे के तहत वार्ता हो रही है। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग को और मजबूती देने तथा विशेष सामरिक एवं वैश्विक भागीदारी में प्रगाढ़ता लाने के उद्देश्य से नई व्यवस्था शुरू करने का फैसला किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष क्षेत्र में शांति, समृद्धि एवं प्रगति के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति तथा भारकी ‘एक्ट ईस्ट नीतित ‘ एवं जापान की ‘फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक विजन’ के तहत अपने प्रयासों पर चर्चा करेंगे।