लखनऊ – उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते सरकारी और निजी अस्पतालों में बाधित बाहृय रोगी विभाग (ओपीडी) समेत कुछ अन्य चिकित्सा सेवाओं के संचालन की अनुमति प्रदान कर दी है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्जरी से संबधित ओपीडी सेवाये शुरू की जायेंगी लेकिन सामान्य ओपीडी को फिलहाल स्थगित रखा जायेगा।
उन्होने कहा कि अस्पतालों में रेबीज और अन्य टीके लगाये जायेंगे जबकि क्षय रोग की जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। एचआईवी की जांच एवं उपचार के लिये आईसीटीसी एवं एआरटी केन्द्र,जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में असाध्य रोग केन्द्र शुरू किये जायेंगे वहीं गर्भवती महिलाओं की जांच और उपचार की सुविधा बहाल कर दी गयी है। श्री प्रसाद ने बताया कि जिलों में दो साल तक के बीमार बच्चों की जांच और उपचार किया जा सकेगा। हालांकि इसके लिये 102 एंबुलेंस के इस्तेमाल पर बल दिया गया है। अस्पतालों में गर्भ समाधान और नसबंदी की सुविधा बहाल कर दी गयी है।
रिपोर्टर बीपी पाण्डेय