28 साल बाद महंत नृत्य गोपाल दास का संकल्प पूरा हुआ। उन्होंने सोमवार को रामलला परिसर का निरीक्षण किया और रामलला के दर्शन किये।
६ दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के समय वे वहां मौजूद थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर में नए पुजारी की नियुक्ति और अन्य कानूनी अड़चनों की वजह से उन्होंने रामलला परिसर के भीतर प्रवेश न करने का संकल्प लिया था।
अब जबकि वे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, उसकी हैसियत से उन्होंने रामलला परिसर का निरीक्षण किया और घोषणा की कि आज से विधिवत राम मंदिर निर्माण की शुरुआत हो गयी है। ट्रस्ट के अध्यक्ष की तरफ से यह पहला बयान आया है, इसलिए माना जा रहा है कि आज से विधिवत मंदिर निर्माण की शुरुआत हो चुकी है, अब जल्द ही निर्माण के लिए भूमि पूजन और नींव पूजन की तारीख का ऐलान किया जाएगा।
6 दिसंबर को गए रामलला परिसर विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि 6 दिसंबर 1992 में हुई कारसेवा के दौरान महंत नृत्य गोपाल दास परिसर ने उपस्थित थे। उसके बाद से आज तक उन्होंने परिसर में अपना कदम नहीं रखा था। उन्होंने समतलीकरण कार्य के दौरान मिले अवशेषों को देखने की इच्छा प्रकट की थी इसलिए गोपाल दास ने आज परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्र, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय पदाधिकारी राजेंद्र सिंह पंकज, शरद शर्मा, महंत शशिकांत दास व अन्य संत भी मौजूद थे।
रिपोर्टर बीपी पाण्डेय