थाना बाबू पुरवा कानपुर नगर का मामला बीते शाम को लगभग 7:30 बजे नाबालिक लड़की लगभग 15 वर्ष अपने घर के पास दुकान से घर का समान गयी थी तभी घात लगाये बैठे आरोपी शिकार के लिए जैसे ही शिकारियों को नाबालिक किशोरी को दबोच लिया अपने साथियों के साथ अपहरण कर लिया यह घटना 15/6/20 सन्ध्या की। दो दिनों के बाद थाने में लड़की 17/6/20 को शाम लगभग 8 बजे में पहुँची थाना प्रभारी ने बताया कि लड़की को वकील साहब थाने पर छोड़ गये।परिजनों को लड़की ने आप बीती बताई की उन लड़कों के नाम बताया। पुलिस ने लड़की के बयान तो लिया।
परिजनों ने तहरीर दी, लेकिन अब तक कोई भी कायर्वाही के नाम पर पुलिस परिजनों को थाने से वापस कर देते।आरोपी पीड़िता के घर के पास है और रह रहे है पुलिस ने कोई भी ठोस कायर्वाहीअभी तक नहीं कि। आपको बता दें आरोपियों की धमकी बराबर परिजनों को केस वापस लो अथवा समझौता करो हम लोगो का कुछ भी नही होगा क्योंकि थाने में पूरी सेटिंग है।पीड़िता के परिजन एक पत्रकार से घटना की जानकारी दी आपबीती रो रो कर बताया तो उस पत्रकार ने सी यू जी मोबाइल न पर प्रभारी जी से बात की तो प्रभारी जी ने कहा पत्रकारों क्यो बताये जाँच पड़ताल, फिर उन्होंने कहा आप पत्रकार नही है ।क्या भाइयो जो थाने चौकी में जायेगा वही पत्रकार है और जिले में पत्रकार नही, क्या अब थानेदर बतायेगे की कौन पत्रकार, मेरा कानपुर नगर के तेजतर्रार जोशीले कप्तान से विन्रमत से थानेदर साहब मालूम हो कि जिले में और लोग भी पत्रकार है। हमे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रभारी जी आरोपियो से अच्छी जान पहचान है ।इसलिए तो पत्रकार के पुछने पर ही भड़क गए। जैसे प्रतीत होता है कि जिले का सारा भार पूरा बाबूपुरवा प्रभारी के मजबूत कंधो पर, क्योंकि वह जिसको जो चाहे कह बता सकते हैं। क्योंकि की धौस नजर आती महसूस होता है।
रिपोर्ट बीपी पांण्डेय