कानपुर एनकाउंटर के बाद जब विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ, उसके बाद जय के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कस दिया। इस दौरान परिवारीजन खुलकर सामने नहीं आए।
जब सम्पत्तियों को जब्त किया गया, तब पहली बार जय की पत्नी श्वेता खुलकर सामने आई। उन्होंने कार्रवाई और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए। साथ ही शिकायत करने वाले अधिवक्ता पर भी गम्भीर आरोप लगाए।
जय बाजपेई की पत्नी श्वेता ने सड़क पर खड़े होकर कहा कि मकान गलत पैसों से बनाया है क्या। किसी के पास साक्ष्य है कि यह गलत पैसे से सम्पत्ति बनाई गई है। जब जय को जेल भेजा जा रहा था, उस दौरान मेरी यह स्थिति नहीं थी कि मैं किसी से बात करती। इस कारण मैं कुछ कह न सकी।
मोहल्ले में कभी सर से पल्लू नहीं हटाया
श्वेता ने कहा कि यह वही मोहल्ला है, जहां से मैंने कभी अपने सिर से पल्लू नहीं हटाया। मगर यह इन मोहल्लेवालों को रास नहीं आया। यही कारण है कि आज अपने घर से निकाले जाने के बाद सड़क पर खड़े होकर यूं चिल्लाना पड़ रहा है।
मेरी इस हालत के जिम्मेदार यही मोहल्ले वाले हैं। इन सबने यह तो कहा कि जय बहुत बुरे इंसान हैं। मगर किसी ने यह नहीं बताया कि न जाने कितनी बार इसी इलाके के लोगों की मदद करने के लिए जय आगे आए होंगे। इन मोहल्ले वालों ने मेरा जीवन तबाह कर दिया।
श्वेता ने कहा कि जय पर आरोप लगाया जा रहा है कि उसने विकास दुबे की पैसों से मदद की। क्या किसी के पास कुछ साक्ष्य है कि पैसे की मदद कैसे की गई। उसका कहना था कि जैसे शिकायत करने वाला वकील पड़ोसी है। वैसे ही विकास दुबे के रिश्तेदार पड़ोस में रहते थे।
सौरभ भदौरिया को गैंगस्टर क्यों नहीं घोषित करते
श्वेता बाजपेई ने आरोप लगाया कि उनकी इस हालत के पीछे एडवोकेट सौरभ भदौरिया जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि उसके खिलाफ भी चार-पांच मामले दर्ज हैं। उन्हें गैंगस्टर क्यों नहीं घोषित किया गया।
वह पुलिस-प्रशासन को झूठे साक्ष्य दिखा रहा है और उसकी सारी बात मानी जा रही है। श्वेता ने कहा कि उन्हें सुरक्षा चाहिए। इन्हीं कारणों से वह यह सब कर रहे हैं।