इस साल यानी 2021 का गणतंत्र दिवस बहुत खास होने वाला है। भारतीय वायुसेना में हाल ही में शामिल हुए राफेल लड़ाकू विमान को इस बार परेड में हम लोग देख पाएंगे। इस बार दुनिया राफेल का दम देखेगी।
इसके साथ ही परेड में 42 विमानों से आसमान गूंजेगा। भारतीय वायसुना परेड के दौरान मेक इन इंडिया थीम के तहत महत्वपूर्ण लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन करेगी। ऐसा पहली बार होगा कि सार्वजनिक तौर पर राफेल का प्रदर्शन होगा।
पूरी दिल्ली में फ्लाईपास्ट का समापन राफेल विमान की उड़ान के साथ ही होगा। इस दौरान परेड में फ्लाईपास्ट का समापन वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान से होगा।
वर्टिकल चार्ली’ फॉर्मेशन के उड़ान से होगा। वायुसेना वर्टिकल चार्ली’ फॉर्मेशन के तहत विमान निचले अक्षांशों से ऊपर की ओर उड़ान भरते हैं और कलाबाजी करते हैं।
राफेल के अलावा परेड में सुखोई, मिग-29 जगुआर और कई अन्य विमानों का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही चिनूक ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर, अपाचे कॉम्बैट हैलिकॉफ्टर सी 130 विमान भी शामिल होंगे।
जस, एस्ट्रा मिसाइल और रोहिणी सर्विलांस रडार का भी दीदार होगा। चिनूक हेलिकॉफ्टर America में बना है और साल 2019 में वायुसेना में शामिल किया गया। अभी भारत के पास 4 चिनूक हेलिकॉफ्टर है।
इस साल Corona Virus के चलते इस बार 26 जनवरी को कई बदलाव देखने को मिलेंगे। गणतंत्र दिवस को देखते हुए राजधानी Delhi में सुरक्षा के कड़े पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यही नहीं मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस ने कार्यक्रम में शामिल होने वाले दर्शकों की संख्या भी इस बार कम करने का फैसला लिया गया है।
इस बार सिर्फ 25 हजार लोगों को ही एंट्री मिलेगी। यही नहीं कार्यक्रम के लिए जारी की गई कोरोना वायरस गाइडलाइन के अनुसार 15 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से ऊपर के बुजुर्गों को कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत नहीं है।