इटावा सफारी पार्क में शेरों के दीदार के लिए अभी 15 फरवरी तक इंतजार करना होगा। शेरों को खुले माहौल में छोड़ने के लिए व्यवस्थाएं अभी पूरी नहीं हैं। इसको लेकर सफारी के अधिकारियों को 15 फरवरी तक का समय दिया गया है।
गुरुवार को अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव पश्चिमी क्षेत्र कानपुर सुनील चौधरी सफारी के निरीक्षण को पहुंचे और शेरों को छोड़े जाने को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सफारी पार्क में लायन सफारी के क्षेत्र में शेरों के बैठने की व्यवस्था मचान इत्यादि देखे।
पहले चरण में कितने शेरों को छोड़ा जाएगा इसकी समीक्षा भी की। उन्होंने शेरनी जेसिका के पुत्र सिबा, सुल्तान, भरत, रूपा व सोना को भी देखा। उन्होंने मचान की व्यवस्थाएं सही नहीं पाईं।
नाइट विजन कैमरे लगाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बीहड़ क्षेत्र में शेरों के निकल जाने को लेकर मिट्टी की रोक लगाने को कहा गया। शेरों के दूर जाने पर पानी की बौछार की व्यवस्था भी करने को कहा गया।
इन सब कार्यों को 15 फरवरी तक किये जाने के निर्देश दिए गए। उपनिदेशक सुरेश चंद्र राजपूत ने बताया कि अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के द्वारा दिये गये निर्देशों के बाद उन पर काम शुरू किया जाएगा। जल्द ही सभी काम पूरे कर लिये जाएंगे।
शेरों को इटावा सफारी पार्क में छोड़ने से पहले सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। इस अवसर पर निदेशक राजीव मिश्रा, उपनिदेशक सुरेश चंद्र राजपूत, रेंजर विनीत सक्सेना समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।