दिल्ली सरकार और पुलिस से अनुमति मिलने के बावजूद जंतर मंतर पर किसानों का पहले ही दिन प्रदर्शन फुस्स नजर आ रहा है। सुबह 11 बजे से प्रदर्शन शुरू होना था, लेकिन 12 बजे के बाद शुरू हो पाया, क्योंकि प्रदर्शनकारी समय पर जंतर मंतर नहीं पहुंचे, जिससे ‘किसान संसद’ नहीं शुरू कर पाए। बृहस्पतिवार सुबह किसान सिंघु बॉर्डर से ही देरी से निकले तो रास्ते में उनकी बस खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें दूसरी बस से रवाना किया गया। इसके चलते बसों के जरिये 200 किसान 12 बजे के आसपास दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचे। 200 किसानों में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ भाकियू नेता राकेश टिकैत भी शामिल हैं।
तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर कुछ देर बाद 200 किसानों का धऱना प्रदर्शन शुरू होगा। दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर (सिंघु, टीकरी, शाहजहांपुर और गाजीपुर) पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। बृहस्पतिवार से आगामी 9 अगस्त तक जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दिल्ली पुलिस की ओर से मिल गई है। 200 किसानों का प्रदर्शन सुबह 11 बजे से शुरू होगा। प्रदर्शनस्थल जंतर मंतर पर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाया हुआ है।
26 जनवरी को लाल किला हिंसा जैसी स्थितियों से निपटने की व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जंतर मंतर से संसद महज 150 मीटर की दूरी पर है। हम वहां अपना संसद सत्र आयोजित करेंगे। हमें गुंडागर्दी से क्या लेना-देना? क्या हम बदमाश हैं?