इस पार्टी ने मोदी के ‘रोड शो’ को बताया ‘आचार संहिता का उल्लंघन’, EC से की पाबंदी लगाने की मांग

गुजरात

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपना वोट डालने के बाद एक ”रोड शो” कर और राजनीतिक बयान देकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया, जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को इस सिलसिले में एक जांच का आदेश दिया। गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस मुरली कृष्ण ने पीटीआई-भाषा को बताया कि अहमदाबाद जिला चुनाव अधिकारी को इसकी जांच करने के लिए कहा गया है। मोदी मंगलवार सुबह अपना वोट डालने के लिए अहमदाबाद के रानिप इलाके में एक मतदान केंद्र तक खुली जीप में गए। जीप के गुजरने पर लोग सड़क के दोनों ओर जमा हो गए।

मोदी ने अहमदाबाद में मतदान करने के बाद मतदान केंद्र से कुछ दूर पैदल चलकर मीडियाकर्मियों से संक्षिप्त बातचीत की। विपक्षी पार्टी ने इस संबंध में चुनाव आयोग से मांग की कि प्रधानमंत्री के चुनाव प्रचार करने पर 2-3 दिन की पाबंदी लगाई जाए।

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उन पर 72 घंटे की पाबंदी लगाने की मांग की है। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश और के. राजू ने निर्वाचन आयोग से कहा कि शाह पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में वोट मांगते हुए बालाकोट हवाई हमले, पुलवामा हमला और सशस्त्र बलों के मुद्दे को खुल कर उठाया।

पार्टी ने प्रधानमंत्री द्वारा आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन का मुद्दा मजबूती से उठाया। सिंघवी ने आयोग कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, ”प्रधानमंत्री उच्च पद पर हैं। बड़ा पद, बड़ी जिम्मेदारी। हमने चुनाव आयोग को बताया कि जिम्मेदारी का ध्यान रखने के बजाय प्रधानमंत्री बार – बार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वोट डालने के बाद मोदी द्वारा ”आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने की आशंका को लेकर गत रात शिकायत करते हुए निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा था।” उन्होंने कहा, ”हमारा अनुमान सही रहा क्योंकि आज मतदान के बाद प्रधानमंत्री ने लंबा रोडशो किया, भाषण दिये और मतदान के तत्काल बाद राजनीतिक बयान दिये।” उन्होंने आरोप लगाया कि आदर्श आचार संहिता का इतना स्पष्ट उल्लंघन कभी नहीं हुआ।

कांग्रेस नेता ने कहा, ”हमने आयोग से कहा कि वह आदतन, प्रबल और पूरी तरह लापरवाह उल्लंघनकर्ता हैं। वह आयोग की परवाह नहीं करते।” उन्होंने कहा, ”यह बेहद दुखद है। जवाब देने में 5-10 दिन का समय लेने का कोई तुक नहीं है। हमने कहा कि चंद घंटों के भीतर प्रधानमंत्री के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें 48 या 72 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक देना चाहिए।” सिंघवी ने कहा कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री के खिलाफ पहले की गयी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की है, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा, ”दोहरे मानदंड नहीं हो सकते क्योंकि सभी के लिए कानून समान हैं।”

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