स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप के खिलाफ चल रहे अभियान में भोजीपुरा के बाद आंवला के रामनगर में चेकिंग की। इस दौरान 21 झोलाछाप पकड़े गए। कई जगह तो टीम को देखते ही झोलाछाप दुकान छोड़कर भाग निकले। सभी के खिलाफ आंवला थाने में तहरीर दी गई है। भोजीपुरा में दर्ज मुकदमे की Police ने विवेचना शुरू कर दी है। Police ने झोलाछाप के दस्तावेज CMO Office से लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की है।
सीएमओ डॉ. वीके शुक्ल के निर्देश पर मंगलवार को एसीएमओ डॉ. आलोक चंद्रा और विनय सिंह टोरिया टीम के साथ आंवला के रामनगर पहुंचे। लगातार शिकायत मिल रही थी कि बुखार प्रभावित इलाकों में झोलाछाप सक्रिय है।
बीमार लोगों को गलत दवा देकर मोटी कमाई कर रहे हैं। शिकायत पर टीम ने कई इलाकों में छापा मारा। इस दौरान रामनगर में टीम ने बंगाली, असमद, कृष्णपाल, एसपी शाक्या, बंगाली, मौर्य, अयोध्या, तीरथ, परवीन, खान, बंगाली, एमके मथन, राजवीर, और शमीम को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि न तो उनके पास चिकित्सकीय डिग्री है और न ही कोई योग्यता। CMO के निर्देश पर सभी के खिलाफ आंवला थाने में तहरीर दी गई है।